(पटना) प्रसिद्ध पटना पुस्तक मेला 2010 के लिए अब पुस्तक प्रेमियों, बुद्धिजीवियों और हजारों हजार छात्रों के इंतज़ार की घड़ी समाप्त हो गई। बहुप्रतीक्षित पटना पुस्तकमेला 10 दिसंबर से 21 दिसंबर तक गांधी मैदान में आयोजित होने जा रहा है। ऐतिहासिक गाँधी मैदान में मेले की तैयारी पूरे जोरों से की जा रही हैं। मेले में बड़ी संख्या में प्रकाशक भाग ले रहे हैं जिनमें बहुत तो पहली बार मेले में शामिल होने आ रहे। जिन्हों ने अपनी प्रतिभागिता सुनिष्चित करवा ली है उनमें - ईन्टरनेषनल बुक हाउस प्राइवेट लिमिटेड, मुम्बई, वीवा बुक्स प्राइवेट लिमिटेड,वाईली इन्टरनेशल, जयपी ब्रदर्स मेडिकल पब्लिशर्स।
मेकमिलन इंडिया लिमिटेड,पीयर्सन, प्रेन्टिसहॉल ऑफ़ इंडिया नारोसा बुक्स डिस्ट्रीब्युटर्स आदि का नाम प्रमुख है। इसके अतिरिक्त, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस, पेंगुइन, पुस्तक महल, साहित्य भवन, प्रभात प्रकाशन, राजकमल आदि तो नियमित प्रतिभागियों में से हैं। कुल मिला कर इस बार 250 से अधिक प्रकाशकों और पुस्तक विक्रेता मेला में भाग ले रहे हैं और लगभग 800 (आठसौ) से अधिक स्टालों का निर्माण किया जा रहा है। उद्घाटन के लिए बिहार के महामहिम राज्यपाल से अनुरोध किया गया है। जबकि नालंदा ओपन युनिवर्सिटी के कुलपति श्री जितेन्द्र सिंह जी मुख्य अतिथि होंगे। पिछले वर्षों की तरह, स्कूली बच्चों के लिए मेला में निःशुल्क प्रवेष की व्यवस्था की गई है। विश्वविद्यालय एवं कॉलेज के छात्रों के प्रवेश उनके कॉलेज पहचान पत्र के आधार पर होगा। पुस्तक प्रेमियों की सुविधा के लिए शहर के विभिन्न प्रमुख स्थलों, दुकानों में अलग से टिकट उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही हैं।
हज़ार से भी अधिक गेट पास विभिन्न शैक्षिक संस्थाओं को भेजा जा रहा है। मेले में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था कायम करने की दृष्टि से अधिक से अधिक सुरक्षा बलों की तैनाती की जा रही हैं। पुलिस की मदद के अतिरिक्त निजी एजेंसी के भी अनेक दक्ष गार्ड सुरक्षा व्यवस्था में लगाए जा रहे हैं। मेले का समय 12.00 बजे दोपहर से 8.00 संध्या तक रहेगा। रविवार और छुट्टियों के दिन मेला 11.00 बजे पूर्वाह्न से 8.30 बजे संध्या तक रहेगा।
धूल पर काबू पाने के लिए मेला परिसर में नियमित रूप से पानी के छिड़काव की व्यवस्था की जा रही है। बुजुर्ग लोगों की सुविधा के लिए परिसर में पर्याप्त बेंच की व्यवस्था की जा रही है ताकि उनको बैठने में असुविधा न हो । विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अलावे मेला में सेमिनार, वादविवाद प्रतियोगिता, क्विज का भी आयोजन नियमित रूप से किया जा रहा है।
मेले में अनेक नव प्रकाशित पुस्तकों का लोकार्पण भी किया जाएगा जिसके लिए लेखकों, प्रकाशकों का अनुरोध मेला समिति में पहले से ही किया जा चुका है।
पुस्तक मेला में सर्वश्रेष्ठ स्टाल, सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए तथा पुस्तकों का सबसे अच्छा रेंज, के लिए प्रतिभागियों को सम्मानित किया जाएगा।
पुस्तक मेले के दौरान कुछ प्रमुख कार्यक्रमों में से कुछ इस प्रकार हैं-
उनकी कहानी मेरी जुबानी: इस कार्यक्रम के तहत कहानी पाठ के लिए उपयुक्त तथा अच्छे वक्तृत्व कौशल के व्यक्तियों को आमंत्रित किया जाएगा जिनके द्वारा कालजयी कथाकारों की प्रसिद्ध कहानियों का पाठ किया जएगा।
उनका काव्य मेरी वाणीः इस कार्यक्रम के तहत प्रसिद्ध कवियों की कविताओं का पाठ कलात्मक अभिव्यक्ति के साथ दक्ष व्यक्तियों के द्वारा किया जाएगा।
मीडिया लीडरः इस कार्यक्रम में कुछ प्रसिद्ध मीडिया हस्तियों को आम जन के साथ संवाद स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। मीडिया से जुड़े कुछ प्रसिद्ध नाम जो कार्यक्रम को संबोधित करेंगे तथा लोगों से संवाद करेंगे उनके नाम इस प्रकार है- अजीत अंजुम (न्युज 24), श्रवण गर्ग, मुख्य संपादक दैनिक भास्कर, आशुतोष, प्रबंध संपादक आईबीएन 7. इनके अतिरिक्त और कुछ प्रमुख व्यक्तियों से सम्पर्क किया जा रहा है।
नुक्कड़ नाटकः नियमित रूप से पूर्व की भाँति मेला परिसर में आयोजित किया जाएगा।
जनसंवादः इस कार्यक्रम में जीवन के अलग-अलग क्षेत्र के प्रख्यात लोगों के साथ अपनी प्रसिद्धि,सफलता के संबंध में आम लोगों की बातचीत होगी।
कलादीर्घाः कलात्मक कृतियों का प्रदर्शन।
पुस्तक व्यसनीः इस कार्यक्रम के तहत ऐसे व्यक्तित्व के साथ आम लोगों, पाठकों की बातचीत होगी जो ज़रूरी नहीं कि साहित्य अथवा शिक्षण से ही जुड़े हो अपितु जीवन के विभिन्न क्षेत्रों यथा राजनीति, नौकरशाही, व्यवसाय, बैंकिंग आदि में रहते हुए भी अध्ययन और पुस्तकों के साथ अपना सरोकार आजीवन बनाए रखा है। लोग उनसे उनकी पढ़ने की आदतों के बारे में, उनकी अभिरुचियों के बारे में बातचीत करेंगे साथ ही पटना पुस्तक मेले में पुस्तकों की उपलब्धता बढ़ाने, मेले को और आकर्षक बनाने केलिए क्या करना चाहिए? इसके संबंध में भी वे अपने विचार देंगे।
एजुकेशन फ़िएस्टाः इसके तहत अंतर स्कूल, कॉलेज प्रतियोगिता का कार्यक्रम होगा जिसमें क्विज, वादविवाद आदि का आयोजन किया जएगा।
बाइस्कोपः इस कार्यक्रम में इस वर्ष के प्रसिद्ध सिनेमा निर्माता बिहार के लोकप्रिय निर्माता एवं निर्देषक प्रकाश झा के द्वारा बनाई गई फ़िल्मों का स्क्रीन किया जाएगा। जिसमें दामूल, हिप हिप हुर्रे, राजनीति, अपहरण, गंगाजल, मृत्युदंड, आदि का प्रदर्शन किया जाएगा।
.पत्रकार सम्मेलन में अमित झा, संयोजक, एच एल गुलाटी, अध्यक्ष, ए के झा सचिव, एन.के झा, डा. कलानाथ मिश्र, सांस्कृतिक सचिव, रतनेष्वर, मीडिया प्रभारी ने यह भी जानकारी दी है कि पुस्तक मेला में पत्रकारिता, नाटक और साहित्य के लिए पुरस्कार भी दिया जाएगा। पूर्व के वर्षों की तरह ही पुस्तक मेला के सांस्कृतिक सचिव डॉ. कलानाथ मिश्र, पुस्तक मेला के कार्यक्रमों का संचालन करेंगे जबकि श्री एन.के. झा, कार्यकारी निदेशक, मेला के समग मार्गदर्शक की भूमिका में रहेंगे।
मेकमिलन इंडिया लिमिटेड,पीयर्सन, प्रेन्टिसहॉल ऑफ़ इंडिया नारोसा बुक्स डिस्ट्रीब्युटर्स आदि का नाम प्रमुख है। इसके अतिरिक्त, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस, पेंगुइन, पुस्तक महल, साहित्य भवन, प्रभात प्रकाशन, राजकमल आदि तो नियमित प्रतिभागियों में से हैं। कुल मिला कर इस बार 250 से अधिक प्रकाशकों और पुस्तक विक्रेता मेला में भाग ले रहे हैं और लगभग 800 (आठसौ) से अधिक स्टालों का निर्माण किया जा रहा है। उद्घाटन के लिए बिहार के महामहिम राज्यपाल से अनुरोध किया गया है। जबकि नालंदा ओपन युनिवर्सिटी के कुलपति श्री जितेन्द्र सिंह जी मुख्य अतिथि होंगे। पिछले वर्षों की तरह, स्कूली बच्चों के लिए मेला में निःशुल्क प्रवेष की व्यवस्था की गई है। विश्वविद्यालय एवं कॉलेज के छात्रों के प्रवेश उनके कॉलेज पहचान पत्र के आधार पर होगा। पुस्तक प्रेमियों की सुविधा के लिए शहर के विभिन्न प्रमुख स्थलों, दुकानों में अलग से टिकट उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही हैं।
हज़ार से भी अधिक गेट पास विभिन्न शैक्षिक संस्थाओं को भेजा जा रहा है। मेले में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था कायम करने की दृष्टि से अधिक से अधिक सुरक्षा बलों की तैनाती की जा रही हैं। पुलिस की मदद के अतिरिक्त निजी एजेंसी के भी अनेक दक्ष गार्ड सुरक्षा व्यवस्था में लगाए जा रहे हैं। मेले का समय 12.00 बजे दोपहर से 8.00 संध्या तक रहेगा। रविवार और छुट्टियों के दिन मेला 11.00 बजे पूर्वाह्न से 8.30 बजे संध्या तक रहेगा।
धूल पर काबू पाने के लिए मेला परिसर में नियमित रूप से पानी के छिड़काव की व्यवस्था की जा रही है। बुजुर्ग लोगों की सुविधा के लिए परिसर में पर्याप्त बेंच की व्यवस्था की जा रही है ताकि उनको बैठने में असुविधा न हो । विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अलावे मेला में सेमिनार, वादविवाद प्रतियोगिता, क्विज का भी आयोजन नियमित रूप से किया जा रहा है।
मेले में अनेक नव प्रकाशित पुस्तकों का लोकार्पण भी किया जाएगा जिसके लिए लेखकों, प्रकाशकों का अनुरोध मेला समिति में पहले से ही किया जा चुका है।
पुस्तक मेला में सर्वश्रेष्ठ स्टाल, सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए तथा पुस्तकों का सबसे अच्छा रेंज, के लिए प्रतिभागियों को सम्मानित किया जाएगा।
पुस्तक मेले के दौरान कुछ प्रमुख कार्यक्रमों में से कुछ इस प्रकार हैं-
उनकी कहानी मेरी जुबानी: इस कार्यक्रम के तहत कहानी पाठ के लिए उपयुक्त तथा अच्छे वक्तृत्व कौशल के व्यक्तियों को आमंत्रित किया जाएगा जिनके द्वारा कालजयी कथाकारों की प्रसिद्ध कहानियों का पाठ किया जएगा।
उनका काव्य मेरी वाणीः इस कार्यक्रम के तहत प्रसिद्ध कवियों की कविताओं का पाठ कलात्मक अभिव्यक्ति के साथ दक्ष व्यक्तियों के द्वारा किया जाएगा।
मीडिया लीडरः इस कार्यक्रम में कुछ प्रसिद्ध मीडिया हस्तियों को आम जन के साथ संवाद स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। मीडिया से जुड़े कुछ प्रसिद्ध नाम जो कार्यक्रम को संबोधित करेंगे तथा लोगों से संवाद करेंगे उनके नाम इस प्रकार है- अजीत अंजुम (न्युज 24), श्रवण गर्ग, मुख्य संपादक दैनिक भास्कर, आशुतोष, प्रबंध संपादक आईबीएन 7. इनके अतिरिक्त और कुछ प्रमुख व्यक्तियों से सम्पर्क किया जा रहा है।
नुक्कड़ नाटकः नियमित रूप से पूर्व की भाँति मेला परिसर में आयोजित किया जाएगा।
जनसंवादः इस कार्यक्रम में जीवन के अलग-अलग क्षेत्र के प्रख्यात लोगों के साथ अपनी प्रसिद्धि,सफलता के संबंध में आम लोगों की बातचीत होगी।
कलादीर्घाः कलात्मक कृतियों का प्रदर्शन।
पुस्तक व्यसनीः इस कार्यक्रम के तहत ऐसे व्यक्तित्व के साथ आम लोगों, पाठकों की बातचीत होगी जो ज़रूरी नहीं कि साहित्य अथवा शिक्षण से ही जुड़े हो अपितु जीवन के विभिन्न क्षेत्रों यथा राजनीति, नौकरशाही, व्यवसाय, बैंकिंग आदि में रहते हुए भी अध्ययन और पुस्तकों के साथ अपना सरोकार आजीवन बनाए रखा है। लोग उनसे उनकी पढ़ने की आदतों के बारे में, उनकी अभिरुचियों के बारे में बातचीत करेंगे साथ ही पटना पुस्तक मेले में पुस्तकों की उपलब्धता बढ़ाने, मेले को और आकर्षक बनाने केलिए क्या करना चाहिए? इसके संबंध में भी वे अपने विचार देंगे।
एजुकेशन फ़िएस्टाः इसके तहत अंतर स्कूल, कॉलेज प्रतियोगिता का कार्यक्रम होगा जिसमें क्विज, वादविवाद आदि का आयोजन किया जएगा।
बाइस्कोपः इस कार्यक्रम में इस वर्ष के प्रसिद्ध सिनेमा निर्माता बिहार के लोकप्रिय निर्माता एवं निर्देषक प्रकाश झा के द्वारा बनाई गई फ़िल्मों का स्क्रीन किया जाएगा। जिसमें दामूल, हिप हिप हुर्रे, राजनीति, अपहरण, गंगाजल, मृत्युदंड, आदि का प्रदर्शन किया जाएगा।
.पत्रकार सम्मेलन में अमित झा, संयोजक, एच एल गुलाटी, अध्यक्ष, ए के झा सचिव, एन.के झा, डा. कलानाथ मिश्र, सांस्कृतिक सचिव, रतनेष्वर, मीडिया प्रभारी ने यह भी जानकारी दी है कि पुस्तक मेला में पत्रकारिता, नाटक और साहित्य के लिए पुरस्कार भी दिया जाएगा। पूर्व के वर्षों की तरह ही पुस्तक मेला के सांस्कृतिक सचिव डॉ. कलानाथ मिश्र, पुस्तक मेला के कार्यक्रमों का संचालन करेंगे जबकि श्री एन.के. झा, कार्यकारी निदेशक, मेला के समग मार्गदर्शक की भूमिका में रहेंगे।
(कलानाथ मिश्र की रिपोर्ट )
1 टिप्पणियाँ:
जी भाई, समारोह में ब्लाग और ब्लोगिंग विषयक सेमिनार आदि हो, इस पहल की जरुरत है...?
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