प्रयाग की स्वर्णिम स्मृतियों के साथ विदा हुए डाक निदेशक


इलाहाबाद। प्रशासन के साथ-साथ सामाजिक व साहित्यिक सरोकरों से जुड़े अधिकारी विरले ही मिलते है। ऐसे अधिकारी न सिर्फ विभाग को नई पहचान देते हैं बल्कि अपनी सक्रियता से समाज में भी विशिष्ट मुकाम हासिल करते है। उक्त उद्गार इलाहाबाद परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव के विदाई समारोह में वक्ताओं ने पोस्टमास्टर जनरल, इलाहाबाद परिक्षेत्र के कार्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में व्यक्त किये। श्री यादव को फूल-मालाओं से सुशोभित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि इन फूलों की खुशबू की तरह ही वे देश भर में अपने कार्यों से शोहरत बटोरें। 

 गौरतलब है कि प्रशासन के साथ-साथ साहित्य लेखन और ब्लॉगिंग के क्षेत्र में भी चर्चित नाम श्री कृष्ण कुमार यादव का स्थानान्तरण निदेशक डाक सेवाएं, इलाहाबाद परिक्षेत्र से राजस्थान में निदेशक डाक सेवाएं, जोधपुर परिक्षेत्र के पद पर हो गया है। इस अवसर पर पोस्टमास्टर जनरल कर्नल एस एफ रिजवी ने श्री यादव को उनके नये दायित्वों के बारे में शुभकामनायें देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की। श्री यादव को भावभीनी विदाई देते हुए इलाहाबाद मंडल के प्रवर डाक अधीक्षक रहमतुल्लाह ने कहा कि अपने तीन वर्ष के कार्यकाल में श्री यादव ने डाक सेवाओं को न सिर्फ लोगों से जोड़ा बल्कि उसे व्यापक आयाम भी प्रदान किये। उन्होंने कहा कि श्री यादव स्टाफ और आमजन दोनों के प्रति संवदेनशील हैं ।

 सहायक निदेशक श्री मधुसूदन प्रसाद मिश्रा ने कहा कि डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने अपनी भूमिका को सिर्फ विभागीय ही नहीं बल्कि विस्तृत परिप्रेक्ष्य में देखा। विभागीय कार्यों में तत्परता के साथ -साथ सामाजिक और साहित्यिक सरोकारों से उनका अटूट लगाव, उन्हें एक संवेदनशील और लोकप्रिय अधिकारी के रूप में प्रतिष्ठित करता है। सहायक निदेशक श्री आर एल राजभर ने कहा कि श्री कृष्ण कुमार यादव का इलाहाबाद से जाना बेहद दुखद है, पर ऐसे कर्मठ व्यक्तित्व के कार्यकलापों का फायदा सभी को मिलना चाहिए। डाक निरीक्षक ब्रजेश शर्मा ने कहा कि निदेशक के रूप में श्री कृष्ण कुमार यादव जी ने सभी को सकारात्मक रूप में कार्य करने को प्रोत्साहित किया। पंकज मौर्या ने श्री यादव को युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बताया तो विक्रम सिंह ने उनके बहुमुखी व्यक्तित्व और कृतित्व से सीखने की बात कही। 

अपने विदाई-समारोह से अभिभूत डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि इलाहाबाद से उनका लगाव बेहद पुराना है। यहीं इलाहाबाद विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा ग्रहण करने के बाद वर्ष 2001 में सिविल सेवाओं में चयन के बाद दिल में तमन्ना थी कि इलाहाबाद में कभी कार्य करने का मौका मिलेगा तो सौभाग्य होगा। यह सौभाग्य रहा कि इलाहाबाद में तीन वर्षों तक निदेशक के रूप में कार्य करने का सु-अवसर प्राप्त हुआ। 
श्री यादव ने कहा कि इलाहाबाद अपने साहित्यिक सरोकारों के लिए भी विख्यात है और यहाँ रहते हुए अपने साहित्यिक और सामाजिक परिवेश को वृहत्तर करने में भी काफी मदद मिली। उन्होंने इलाहाबादियों की आत्मीयता की प्रशंसा करते हुए कहा कि जो भी यहाँ एक बार रह लिया, वह इसे भूल नहीं सकता। श्री यादव ने कहा कि प्रयाग की बहुमूल्य स्मृतियाँ मेरे हृदय में अविरल गंगा और यमुना के साथ हमेशा ही प्रवाहित होती रहेंगी। इलाहाबाद ने मुझे जो अपनत्व और प्रेम दिया, उसका हमेशा ऋणी रहूँगा।

 इस अवसर पर श्री कृष्ण कुमार यादव को पोस्टमास्टर जनरल कर्नल एस एफ रिजवी ने कार्यालय की तरफ से स्मृति चिन्ह भेंट कर उनके सुखद भविष्य की कामना की। इस अवसर पर सीनियर पोस्टमास्टर श्री आर एन यादव, श्री राम सूरत, नंद किशोर, सहायक अधीक्षक श्री राम मिलन, निरीक्षक श्री ज्ञानेन्द्र कुमार, अशोक पांडेय, कमल पांडेय, विनीत टन्डन, लक्ष्मी, ज्योति, राम आसरे पाल सहित तमाम अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन ब्रजेश शर्मा ने किया।
(इलाहाबाद से विशेष प्रतिनिधि की रपट)

0 टिप्पणियाँ:

 
Top