नेपाल में बाढ़ (फोटो- IANS)
सी सूचना मिली है कि नेपाल में मूसलाधार बारिश की वजह से आई बाढ़ और उसकी वजह से हुए भूस्खलन का कहर जारी है। राजधानी काठमांडू और उसके आसपास बाढ़ और भू स्खलन से भारी तबाही की सूचना मिल रही है। राजधानी काठमांडू के कुछ हिस्से बाढ़ के पानी में जलमग्न हो गए हैं। 

उल्लेखनीय है कि नेपाल में बीते कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है, जिसके चलते यहां के कई इलाकों में बाढ़ आ गई। साथ ही पानी के तेज बहाव के कारण ज्यादातर इलाकों में भूस्खलन भी हुआ। अतिसंवेदनशील इलाकों से लोगों को विस्थापित कर सुरक्षित इलाकों में भेजा गया है। यातायात बुरी तरह प्रभावित है, सभी प्रमुख राजमार्गों पर लोगों की आवाजाही बाधित है। 

नेपाल पुलिस ने अपने समाचार बुलेटिन में कहा कि बारिश से होने वाली आपदाओं ने पूरे देश में तबाही मचाई है। उन्होंने बताया कि ललितपुर, कावरे, कोटंग, भोजपुर और मकनपुर सहित विभिन्न जिलों से लोगों के मारे जाने की सूचना है। गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘बचाव अभियान से जुड़े काम तेज कर दिए गए हैं.’। 

नेपाल आपातकालीन कार्यसंचालन केंद्र के प्रमुख बेद निधि खानल ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि देशभर में 200 से अधिक स्थानों की पहचान मानसून संबंधित आपदाओं के लिए अतिसंवेदनशील क्षेत्र के रूप में की गई है। बचाव दल, राहत कार्यों, खोज और बचाव कार्यों का संचालन कर रहे हैं।

एक माह बाद यानी 8 सितंबर 2019 से 13 सितंबर 2019 के बीच नेपाल की राजधानी काठमाण्डौ और पोखरा में अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी उत्सव प्रस्तावित है। दिनांक 5 अगस्त को परिकल्पना कार्यसमिति की आपात बैठक बुलाई गयी है, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी उत्सव की व्यवस्था की समीक्षा की जाएगी और स्थिति अनियंत्रित होने की दशा में तिथि परिवर्तन पर विचार किया जाएगा।

0 टिप्पणियाँ:

 
Top